Ramayan (1986)
Directed by: Ramanand Sagar
Writing credits: Valmiki, Tulsidas, Ramanand Sagar
Year: 1986
कछु वानर कछु भालू समूहा .. करि करि हू-हा धावन लागे ..
सेतु बनावन हेतु महाभट .. हाथ लाग्यो सो हि लावन लागे ..
सब निज-निज कौसल चतुराई .. ना-ना भाँति दिखावान लागे ..
काठ को काटि के जोडि के बाँधि के .. सेतु आधार बनावन लागे ..
हर पाथर पे राम राम राम राम .. लिखन लगे हनुमान जी ..
राम प्रभु को नाम .. अधिक प्रभावी राम ते ..
श्री रघुवीर प्रताप ते .. सिंधु तरे पाषाण ..
ते मतिमंद जो राम तजे .. भजहि जाये प्रभु आन ..
राम नाम आधार जिन्हें .. वो जल में राह बनाते हैं ..
जिन पर किरपा राम करे .. वो पत्थर भी तिर जाते हैं ..
लक्ष्य राम जी .. सिद्धि राम जी .. राम ही राह बनायी ..
राम करुण हैं .. राम ही कर्ता.. राम की सकल बड़ाई ..
राम काम करने वालो में .. राम की शक्ति समाई ..
प्रथक प्रथक नामों से सारे .. काम करें रघुराई ..
भक्त परायण निज भक्तों को सारा श्रेय दिलाते हैं ..
जिन पर किरपा राम करे .. वो पत्थर भी तिर जाते हैं ..
जिन पर किरपा राम करे .. वो पत्थर भी तिर जाते हैं ..
घट-घट बस के आप ही अपना .. नाम रटा देते हैं ..
हर कारज में निज भक्तों का .. हाथ बँटा देते हैं ..
बाधाओं के सरे पत्थर राम हटा देते हैं ..
अपने ऊपर लेकर उनका भार घटा देते हैं ..
पत्थर क्या प्रभु तीन लोक का .. सारा भार उठाते हैं ..
जिन पर किरपा राम करे .. वो पत्थर भी तिर जाते हैं ..
जिन पर किरपा राम करे .. वो पत्थर भी तिर जाते हैं ..
Sri Raam ji ki sena chali
राम जी को संग ले .. वेग ले उमंग ले ..
राम जी की सेना चली .. श्री राम जी की सेना चली ..
कब लंका पर डेरा डालें .. कब महासागर पार हो ..
कब हो सफल अभियान हमारा .. कब सपना साकार हो ..
पाप अनीति मिटे धरती से .. धर्म की जय-जयकार हो ..
कब हों विजयी राम हमारे .. कब रावण की हार हो ..
राम जी से आस है .. राम से विश्वास है ..
राम जी करेंगे भली .. राम जी की सेना चली ..
जय श्री राम की .. जय श्री राम की ..
Directed by: Ramanand Sagar
Writing credits: Valmiki, Tulsidas, Ramanand Sagar
Year: 1986
कछु वानर कछु भालू समूहा .. करि करि हू-हा धावन लागे ..
सेतु बनावन हेतु महाभट .. हाथ लाग्यो सो हि लावन लागे ..
सब निज-निज कौसल चतुराई .. ना-ना भाँति दिखावान लागे ..
काठ को काटि के जोडि के बाँधि के .. सेतु आधार बनावन लागे ..
हर पाथर पे राम राम राम राम .. लिखन लगे हनुमान जी ..
राम प्रभु को नाम .. अधिक प्रभावी राम ते ..
श्री रघुवीर प्रताप ते .. सिंधु तरे पाषाण ..
ते मतिमंद जो राम तजे .. भजहि जाये प्रभु आन ..
राम नाम आधार जिन्हें .. वो जल में राह बनाते हैं ..
जिन पर किरपा राम करे .. वो पत्थर भी तिर जाते हैं ..
लक्ष्य राम जी .. सिद्धि राम जी .. राम ही राह बनायी ..
राम करुण हैं .. राम ही कर्ता.. राम की सकल बड़ाई ..
राम काम करने वालो में .. राम की शक्ति समाई ..
प्रथक प्रथक नामों से सारे .. काम करें रघुराई ..
भक्त परायण निज भक्तों को सारा श्रेय दिलाते हैं ..
जिन पर किरपा राम करे .. वो पत्थर भी तिर जाते हैं ..
जिन पर किरपा राम करे .. वो पत्थर भी तिर जाते हैं ..
घट-घट बस के आप ही अपना .. नाम रटा देते हैं ..
हर कारज में निज भक्तों का .. हाथ बँटा देते हैं ..
बाधाओं के सरे पत्थर राम हटा देते हैं ..
अपने ऊपर लेकर उनका भार घटा देते हैं ..
पत्थर क्या प्रभु तीन लोक का .. सारा भार उठाते हैं ..
जिन पर किरपा राम करे .. वो पत्थर भी तिर जाते हैं ..
जिन पर किरपा राम करे .. वो पत्थर भी तिर जाते हैं ..
Sri Raam ji ki sena chali
राम जी को संग ले .. वेग ले उमंग ले ..
राम जी की सेना चली .. श्री राम जी की सेना चली ..
कब लंका पर डेरा डालें .. कब महासागर पार हो ..
कब हो सफल अभियान हमारा .. कब सपना साकार हो ..
पाप अनीति मिटे धरती से .. धर्म की जय-जयकार हो ..
कब हों विजयी राम हमारे .. कब रावण की हार हो ..
राम जी से आस है .. राम से विश्वास है ..
राम जी करेंगे भली .. राम जी की सेना चली ..
जय श्री राम की .. जय श्री राम की ..
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